यदि आप इन्टरनेट का इस्तेमाल करते है, तो कभी ना कभी ब्लॉग्गिंग (Blogging) के बारे में जरुर सुना होगा । लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ब्लॉग्गिंग क्या है? (Blogging kya hai) और लोग इसे क्यों करते है । आज के इस डिजिटल युग में हर व्यक्ति इन्टरनेट से पैसे कमाना चाहता है ।
अपनी इसी इच्छा को पूरी करने के लिए लोग ब्लोग्गिंग को भी आजमाते है । ब्लॉग्गिंग एक ऐसा गतिविधि है, जिसमे अपने विचारो और ज्ञान को लिख कर इन्टरनेट के माध्यम से बहुत सारे लोगो तक पहुचाया जाता है ।
आज के इस पोस्ट में मैं आपको ब्लॉग्गिंग क्या है? के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूँ । इस पोस्ट को ध्यान से पढ़िये और हो सके तो साथ में नोट्स भी बनाते जाये । यदि आपको इस पोस्ट का pdf नोट्स बिलकुल फ्री में चाहिए, तो आप यहाँ { Blogging Kya Hai Free Pdf Notes } से डाउनलोड कर सकते है ।
ब्लॉग्गिंग क्या है? (Blogging Kya Hai)
ब्लॉग्गिंग एक तरीका है, जिसके जरिये एक ब्लॉगर अपने विचारो, अनुभवों और ज्ञान को text के फॉर्मेट में लिख कर इन्टरनेट के मदद से ज्यादा लोगो तक पहुचाता है ।
यदि मैं “ब्लॉग्गिंग क्या है” को और आसान तरीके से बताऊ तो ब्लॉग्गिंग एक एसी प्रक्रिया है, जिसमे ब्लॉग को बनाने, उसपर पोस्ट लिखने से लेकर उसको प्रबंधित करने तक के कामो को किया जाता है ।
ब्लॉगिंग के प्रकार
अगर बात करे ब्लॉग्गिंग के प्रकार कि तो यह मुखतः 4 प्रकार के होते है । personal ब्लॉग को छोड़ कर बाकि के 3 हमारे देश भारत में काफी पापुलर है । आइये एक एक करके इनके बारे में जनते है ।
1. व्यक्तिगत ब्लॉग्स (Personal Blog)
व्यक्तिगत ब्लोग्स ऐसे ब्लॉग होते है, जो किसी व्यक्ति के निजी जिंदगी, विचारों और अनुभव पर आधारित होते हैं । इन ब्लॉग पर व्यक्ति अपनी रोजमर्रा की जिंदगी के बारे में लिखना है। इस प्रकार के ब्लॉग को आप एक डायरी की तरह मान सकते हैं जिसको इन्टरनेट के माध्यम से हर कोई पढ़ सकता है ।
2. बिजनेस ब्लॉग ( Business blogs )
बिजनेस ब्लॉगस ऐसे ब्लॉग होते हैं जो बिजनेस को सपोर्ट करने के लिए बनाए जाते हैं । इन ब्लॉग्स पर बिजनेस से रिलेटेड जानकारी को साझा किया जाता है । इन ब्लॉग पर बिज़नस के प्रोडक्ट्स से जुडी जानकारी और उसमे आने वाले त्रुटी को ठीक करने के बारे में बताया जाता है ।
इसी के साथ बिज़नस ब्लॉग पर करियर मार्गदर्शन, नौकरी खोज युक्तियाँ, पेशेवर विकास और नेटवर्किंग के बारे में जानकारी प्रदान किया जाता हैं। बिज़नस अपने उत्पादों, सेवाओं, और कंपनी की खबरों के बारे में जानकारी देने के लिए भी इन ब्लॉग का इस्तेमाल करते है ।
3. Niche Blogs
ब्लॉग्गिंग के प्रकार में यह सबसे ज्यादा पॉपुलर ब्लॉग है । निच ब्लॉग में आपको पूरी छुट मिलती है कि आप किस प्रकार के विषय पर ब्लॉग बनाना चाहते है । नीच ब्लॉग में आप खाने, पिने, घुमने, फैशन, शिक्षा, टेक और न्यूज़ पर ब्लॉग बना सकते है । ज्यादातर ब्लॉगर नीच ब्लॉग ही बनाते है, क्योकि इससे उनकी expertise ब्लॉग के माध्यम से लोगो तक पहुचती है ।
4. Affiliate Blogs
Affiliate Blogs ऐसे ब्लॉग होते है, जो किसी प्रोडक्ट या सर्विस का प्रचार अपने ब्लॉग पर ब्लॉग पोस्ट लिख कर करते है और जब उस प्रोडक्ट या सर्विस को लोग खरीदते है, तो Affiliate Blog के मालिक यानि ब्लॉगर को कमिशन मिलता है । इन ब्लॉग का इनकम का मुख्य सोर्स Affiliate marketing से होने वाली कमाई होती है ।
ब्लॉगिंग का महत्व
अगर बात करें ब्लॉगिंग के महत्व की तो यह हर किसी के लिए अलग-अलग हो सकता है । कोई व्यक्ति ब्लॉगिंग को इसलिए कर रहा है, ताकि वह अपने बिजनेस को बड़ा कर सके, कोई व्यक्ति ब्लॉगिंग के करके फेमस होना चाहता है और कोई ब्लॉगिंग करके बहुत सारा पैसा कमाना चाहता है ।
आइये ब्लॉग्गिंग के महत्व को थोडा और गहराई से जानने कि कोशिश करते है ।
1. व्यक्तिगत विकास (Personal Growth)
ब्लॉग्गिंग करके आप अपना व्यक्तिगत विकास कर सकते है । चाहे वह आपके ज्ञान को बढ़ाना हो, अपने बातो को ज्यादा लोगो तक पहुचना हो या फिर पैसे कमाना हो । ब्लॉग्गिंग एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसका इस्तेमाल करके कोई भी व्यक्ति अपने विचारो, अनुभवों, भावनाओ के साथ साथ अपने ज्ञान को स्वतंत्र रूप से साझा कर सकता है ।
जब आप ब्लॉग्गिंग करना शुरू करते है, तो इसके आपकी लिखने कि कला को और निखार जाती है । इसके आलावा आप लोगो के साथ अपने विचार साझा करते है, जिसके कारण से लोग आपसे जुड़ने लगते है और आप फेमस होने लगते है ।
ब्लॉग्गिंग के माध्यम से आप अपने क्षेत्र के दुसरे अनुभवी विशेषज्ञों के साथ जुड़ सकते है और उनके साथ अपना नेटवर्क बना सकते है ।
2. व्यापार वृद्धि (Business Growth)
आज के समय में बड़े-बड़े व्यापार भी अपने बिजनेस को और बड़ा करने के लिए ब्लॉगिंग का सहायता ले रहे हैं । बड़ी बड़ी बिज़नस कम्पनिया अपने बिज़नस को और बड़ा करने और ग्राहकों के फीडबैक को जानने के लिए ब्लॉग्गिंग का सहारा लेती है ।
कंपनी अपने प्रोडक्ट के लॉन्च और उसे प्रमोट करने के लिए ब्लॉगिंग का सहारा लेती हैं । इसके अलावा कंपनी अपने कस्टमर को अपने सेवा के बारे में बताने और उससे जुड़ी त्रुटि को ठीक करने के लिए भी ब्लॉगिंग का सहारा लेते हैं ।
प्रोडक्ट में आए त्रुटि को कैसे ठीक किया जा सकता है उसके ऊपर ब्लॉग पोस्ट लिखकर अपने ग्राहकों तक ब्लॉगिंग के माध्यम से पहुंचते हैं ।
3. पैसा कमाने के लिए (Make Money)
ब्लॉगिंग ऑनलाइन पैसे कमाने का एक बहुत ही बढ़िया जरिया है । ब्लॉगिंग करके आज के समय में कई ब्लॉगर महीने के लाखों रुपए कमा रहे हैं और अपनी अच्छी जिंदगी जी रहे हैं। यदि आपको सही ढंग से ब्लॉगिंग करने की जानकारी है, तो आप ब्लॉगिंग से इतना पैसा कमा सकते हैं, जितना आप किसी एक बिजनेस को करके कमाते हैं ।
4. विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए (Expertise)
ब्लॉगिंग के माध्यम से आप किसी एक विषय में अपने आप को विशेषज्ञ दिखा सकते हैं। जब आप ब्लॉगिंग करते हैं तो आप किसी एक पार्टिकुलर विषय पर लिखते हैं। जिसके कारण आपके ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने वाले लोगों का ट्रस्ट आपके ऊपर बढ़ने लगता है।
जैसे की अगर आप अपने ब्लॉग पर गार्डनिंग के बारे में लिखते हैं, तो आप अपने आप को गार्डनिंग का एक्सपोर्ट दिखा सकते हैं । आपके लिखे गए ब्लॉग पोस्ट और नॉलेज को देखकर लोग आप पर भरोसा करते हैं ।
ब्लॉगिंग करने के फायदे और नुकसान
हर एक काम को करने का अपना एक फायदा और नुकसान होता है । ठीक वैसे ही ब्लॉगिंग करने के अपने फायदे और नुकसान है। ब्लॉगिंग के फायदे और नुकसान को लेकर अलग-अलग व्यक्ति के अपने-अपने विचार हो सकते हैं । हालाँकि ब्लॉग्गिंग करने के अपने ही कुछ कड़े फायदे और नुकसान है ।
आइये एक एक कर के ब्लॉग्गिंग के फायदे और नुकसान के बारे में जानते है ।
ब्लॉगिंग के फायदे
1. Be your Own Boss: जब आप ब्लॉग्गिंग करते हो तो आप अपना खुद के मालिक होते हो । आपको किसी के लिए या फिर किसी के निचे रह कर काम नहीं करना पड़ता है । आप अपने हिसाब से काम करते है, जब आपका मन हो तब आप काम करते है ।
2. Writing Skill: ब्लॉग्गिंग में आपको बहुत सारे ब्लॉग पोस्ट लिखना होता है । जिसके कारण से आपके लिखने कि स्किल में सुधार होता है । नियमित रूप से ब्लॉग पोस्ट लिखने का कारण से आपकी भाषा का स्तर और आपके लिखने कि कला दोनों बेहतर हो जाती है ।
3. Research Skill: एक अच्छा ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए आपको काफी रिसर्च करना पड़ता है, जिससे आपके रिसर्च करने कि स्किल दिन पर दिन बेहतर होता जाता है ।
4. Networking: ब्लोगिंग करके आप अपने विषय (Niche) या अपने से अलग निच के दुसरे bloggers के साथ जान पहचान बढ़ा सकते है । नेटवर्किंग से आप अपने ब्लॉग्गिंग के करियर में काफी ग्रोथ पा सकते है ।
5. Personal Branding : ब्लॉग्गिंग करके आप ऑनलाइन अपनी एक मजबुत पहचान बना सकते है । इसके मदद से आप अपने ज्ञान और expertise को इन्टरनेट के माध्यम से काफी लोगो तक पंहुचा सकते है ।
6. Earn Money: ब्लॉग्गिंग कर के आप घर बैठे पैसे कमा सकते है । आज के समय में कई ऐसे bloggers है ब्लॉग्गिंग करके महीने का लाखो रूपये कमा रहे है ।
ब्लॉगिंग के नुकसान
1. Time Taking: ब्लॉग्गिंग एक टाइम टेकिंग काम है । इसमें आपको रिसर्च और ब्लॉग पोस्ट को लिखने के लिए काफी टाइम देना पड़ता है ।
2. Technical Problem: टेक्निकल प्रॉब्लम से हर ब्लॉगर का पाला पड़ता है । कभी आपके ब्लॉग में कोई टेक्निकल प्रॉब्लम आ जाएगी तो काफी होस्टिंग में । इससे आप बच नहीं सकते है ।
3. Competition : 2024 में ब्लॉग्गिंग करना थोडा मुस्किल हो गया है । क्योकि आज के समय में काफी कम्पटीशन बाद गया है । हलाकि अगर आप ब्लॉग्गिंग करना जानते है, तो आपके लिए ये कम्पटीशन मायने नहीं रखती है ।
4. Criticism and negative feedback : एक बात आपको हमसे याद रखने चाहिए कि पांचो ऊँगली बराबर नहीं होती है । ठीक वैसे ही ऑनलाइन के इस दुनिया में आपको कुछ अच्छे लोग मिलेंगे और कुछ बुरे लोग और जहाँ पर बुरे लोग होंगे वह पर आपको Criticism and negative feedback तो मिलेगा ही ।
5. Financial risks: ब्लॉग्गिंग में फाइनेंसियल रिस्क काफी ज्यादा रहता है । कभी कभी आप अपने ब्लॉग से अच्छी कमाई कर लोगे लेकिन ये हमेशा के लिए नहीं रहेगा । क्योकि अगर आपके ब्लॉग पर कोई error आ जाता है और आपके ब्लॉग कि traffic कम हो जाती है, तो आपकी कमाई भी कम हो जाएगी ।
ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें?
ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें? यह एक ऐसा सवाल है जिसे हर वह व्यक्ति जानना चाहता है जो ब्लॉगिंग करना चाहता है । यह सवाल देखने में तो छोटा लग रहा है लेकिन इसका जवाब काफी लंबा है । वैसे मैं आपको इस सवाल का जवाब बहुत ही काम शब्दों में देने की कोशिश करता हूं ।
1. Find Blog Niche:
ब्लॉग्गिंग के लिए सबसे महत्वपर्ण चीज ब्लॉग नीच होता है । क्योकि ब्लॉग नीच ही यह तय करता है कि आप एक सफल ब्लॉगर बनेंगे या फिर नहीं । ज्यादातर नये ब्लॉगर यही पर गलती करते है और गलत ब्लॉग नीच का चुनाव कर लेते है, जिसके वजह से उन्हें ब्लॉग्गिंग में सफलता नहीं मिलपाती है और वह 6 से 8 महीने काम करके ब्लॉग्गिंग को छोड़ देते है ।
अगर आपको भी ब्लॉग्गिंग में फैल नहीं होना है, तो अपने लिए एक profitable blogging niche का चुनाव करे । अब आपके दिमाग में एक सवाल आ रहा होगा कि ब्लॉग के लिए profitable blogging niche का चुनाव कैसे करे ।
तो मैं यहाँ पर आपको बताना चाहता हूँ कि ब्लॉग्गिंग निच का चुनाव करने के बहुत सरे तरीके है, जिनमे से आपको देखना होगा कि आपके लिए कोन सा तरीका बहतरीन रहने वाला है ।
यहाँ पर मैं आपके लिए उन तरीको को दे रहा हूँ, जिनको आप अपने लिए इस्तेमाल कर सकते है ।
- आपको जिस विषय में ज्यादा रूचि हो ।
- आप जिस विषय के बार में पढ़ रहे हो । जैसे :- coding, designing, etc
- जिस विषय बारे में किसी ने ब्लॉग न बनाया हो ।
अपने लिए ब्लॉग नीच चुनने के बाद आपको यह भी देखना होगा कि क्या इस निच के बारे में लोग इन्टरनेट पर सर्च कर रहे है या नहीं । इसके बाद आपको ये देखना है कि आप इस निच को किन किन तरीको से मोनेटाइज कर सकते है यानि इससे पैसे कैसे कम सकते है ।
2. Buy Domain & Hosting
जब आप एक बार अपने ब्लॉग के लिए ब्लॉग्गिंग नीच का चुनाव कर लें, तब बारी आती है ब्लॉग के लिए डोमेन नाम और होस्टिंग खरीदने की । ब्लॉग के लिए डोमेन नेम और होस्टिंग खरीदना भी बेहद खास होता है । क्योंकि आपके ब्लॉग की पहचान आपके द्वारा खरीदे गए डोमेन नाम के कारण होगा ।
इसलिए डोमेन खरीदते समय यह बात हमेशा ध्यान में रखें की आप जो डोमेन खरीद रहे हैं उसे लिखना, बोलना और याद करना आसान हो और वह ज्यादा लंबा ना हो । वही बात करें होस्टिंग की तो आपको होस्टिंग भी अच्छी ही लेनी चाहिए । क्योंकि अच्छी होस्टिंग के कारण ही आपका ब्लॉग जल्दी लोड होगा और लोग आपके ब्लॉग पर रुकेंगे।
3. Setup Blog
आप नए ब्लॉगर हैं इसलिए आपको ब्लॉग का सेटअप करना थोड़ा मुश्किल लग सकता है । लेकिन यकीन मानिए ब्लागिंग में यही एक ऐसा काम है, जो काफी आसान है जिसे आप एक से डेढ़ घंटे के अंदर कर सकते हैं । हालांकि बिना जानकारी के अगर आप अपने ब्लॉग को सेटअप करते हैं, तो आगे चलकर आपको बहुत सारे दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है ।
इसलिए आपको मेरी राय यही रहेगी कि आप सबसे पहले ब्लॉग का सेटअप करना सीखे और फिर अपने ब्लॉग को सेटअप करें ।
4. Content writing
Content is the King! यह बात आपने हर जगह सुनी होगी और यह बात सही भी है । यदि आप अपने ब्लॉग पर अच्छे कंटेंट लिखकर पब्लिश नहीं करेंगे, तो कोई भी आपके ब्लॉग को पढ़ने नहीं आएगा । और जब कोई आपके ब्लॉग को पढ़ने नहीं आएगा, तो आपका ब्लॉग और आप फेल हो जाएंगे।
इसलिए आपको अच्छे कंटेंट राइटिंग करना भी सीखना होगा, जिससे कि आप अपने ब्लॉग के लिए अच्छा ब्लॉग पोस्ट लिख सकें जो लोगों को आपके ब्लॉग पर ज्यादा समय तक रोक कर रखें ।
5. Monetize
ब्लॉग को मोनेटाइज करने यानि उससे पैसे कमाने के कई सारे तरीके है । हर ब्लॉग नीच को मोनेटाइज करने का तरीका अलग अलग हो सकता है । इसलिए आप जब भी अपने लिए ब्लॉग नीच का चुनाव करे तो इस बात को भी ध्यान में रखे ।
यहाँ पर मैं कुछ तरीके बता रहा हूँ जिनसे आप अपने ब्लॉग को मोनेटाइज कर सकते हो । ज्यादातर नए ब्लॉगर शुरुआत में गूगल adsense का ही इस्तेमाल करते है ।
- Google Adsense
- Affiliate Programs
- Sponsored post / Guest Post
- Digital Product selling
- Service selling
- Online Course
यदि आप लोगों कैसे शुरू करें के बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं तो मेरे इस पोस्ट Blogging Kaise Kare को पढ़ सकते हैं । यहां पर मैंने ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें के बारे में विस्तार से बताया है
Blogging Kya Hai Free Pdf Notes
मैं बहुत जल्द आपके लिए “Blogging Kya Hai Free Pdf Notes” को यहां पर उपलब्ध करा दूंगा ।
निष्कर्ष (Blogging Kya Hai in Hindi)
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में आपने सीखा की ब्लॉगिंग क्या है?, ब्लॉगिंग के प्रकार, ब्लॉगिंग का महत्व, और ब्लॉगिंग करने के फायदे और नुकसान क्या क्या है? आगे की पोस्ट में हम जानेंगे कि डोमेन नाम क्या है?, डोमेन नेम कितने प्रकार के होते हैं और डोमेन नेम के फायदे और नुकसान क्या है?
मुझे उम्मीद है कि आपको मेरे इस पोस्ट को पढ़ने के बाद Blogging Kya Hai? की सारी जानकारी मिल गई होगी । इस पोस्ट को अपने उन दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर कीजिए, जो ब्लॉगिंग कर रहे हैं या फिर ब्लॉगिंग करने के बारे में सोच रहे हैं ।
यदि आप ब्लॉगिंग सीख कर पैसा कमाना चाहते हैं और ब्लागिंग में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप मेरे साथ सोशल मीडिया पर जुड़ सकते हैं । जहां पर मैं Blogging और ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए से रिलेटेड जानकारी साझा करता रहता हूं ।